गर्म इलाके में सेब बागवानी में सफलता पर हरिमन शर्मा को पद्मश्री सम्मान से नवाजा जाएगा
जिला बिलासपुर के घुमारवीं निवासी है 70 वर्षीय हरिमन शर्मा
राष्ट्रपति ने 139 पद्म पुरस्कारों को मंजूरी दी है
सतीश ठाकुर
मंडी। हिमाचल के हरिमन शर्मा को पद्मश्री सम्मान का ऐलान हुआ है। इस बार राष्ट्रपति ने 139 पद्म पुरस्कारों को मंजूरी दी है। सेब सम्राट के नाम से विख्यात बिलासपुर के घुमारवीं से संबंध रखने वाले हरिमन शर्मा को बागवानी के क्षेत्र में नवीन प्रयोग करने पर पद्मश्री सम्मान दिया जाएगा। हरिमन शर्मा का जन्म 4 अप्रैल, 1956 को दयाराम ग्राम गलासीं डाकघर दाभला, तहसील घुमारवीं जिला बिलासपुर के घर हुआ। मात्र तीन दिन के थे तो इनकी माता जी स्वर्ग सिधार गई। जिस कारण रिडकु राम, ग्राम पनियाला, डाकघर कोठी, तहसील घुमारवीं ने इन्हें गोद पुत्र लिया जहां इनका पालन-पोषण हुआ। इन्होने मैट्रिक तक शिक्षा ग्रहण की। कृषि क्षेत्र में विशेष रूचि रखते हुए नए-नए तजुर्बे कर हरिमन ने जिला बिलासपुर में सेब का सफल उत्पादन किया व इसके साथ-साथ उन्होने एक ही खेत में सेब, आम, अनार, लीची, खुमानी, कीवी का उत्पादन करने में सफलता पाई। हरिमन शर्मा कम ठंड में होने वाली सेब की वैरायटी एचआरएमएन-99 विकसित करने वाले पहले किसान हैं। सेब की यह कम ठंड के साथ ही गर्म प्रदेशों में पैदा की जा सकती है। एनआरएमएन-99 स्कैब रोग प्रतिरोधी वैरायटी है। देश और दुनियाभर में इस वैरायटी के 14 लाख पौधे लगाए गए हैं। नेशनल इनोवेशन फाउंडेशन ने अध्ययन के लिए 29 राज्यों में 33,000 पौधे लगाए। देश में एक लाख से अधिक किसानों ने सेब के बाग लगाए हैं। वहीं नेपाल, बांग्लादेश, जाम्बिया और जर्मनी समेत अन्य देशों में 6000 से अधिक किसानों को 1.9 लाख से अधिक सेब के पौधे बांटे गए। इसके साथ-साथ उन्होंने एक ही खेत में सेब, आम, अनार, लीची, खुमानी, कीवी का उत्पादन करने में भी कामयाबी हासिल की।