सतीश ठाकुर
मंडी। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने आज मंडी जिला के पनारसा में राजकीय महाविद्यालय पनारसा के 13.14 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित भवन का लोकार्पण किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा प्रदेश सरकार की सर्वाेच्च प्राथमिकताओं में से एक है। उन्होंने कहा कि सरकार शिक्षा में व्यवस्था परिवर्तन के माध्यम से गुणात्त्मक शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सत्त प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि नए संस्थान खोलने का उद्देश्य केवल इमारतें खड़ी करना नहीं होना चाहिए, बल्कि उनमें पढ़ने वाले विद्यार्थियों तक गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की पहुंच सुनिश्चित करना है। वर्तमान प्रदेश सरकार विद्यार्थियों के लिए पर्याप्त स्टाफ की उपलब्धता सुनिश्चित कर रही है ताकि उनमें आत्मविश्वास का संचार हो और वह भविष्य की चुनौतियों का सामना कर सकें।
उन्होंने कहा कि पिछले तीन वर्षों में गुणात्त्मक शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से सरकार ने अनेक सुधारात्मक कदम उठाए हैं जिसके सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं। पहली कक्षा से लेकर जमा दो तक गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए अलग स्कूल शिक्षा निदेशालय स्थापित किया गया है। वर्तमान राज्य सरकार द्वारा उठाए गए सुधारात्मक कदमों से शिक्षा के क्षेत्र में हिमाचल 21वें स्थान से 5वें स्थान पर पहुंच गया है। उन्होंने कहा कि पहली कक्षा से इंग्लिश मीडियम शुरू किया गया है और 100 सीबीएसई स्कूल बनाए जा रहे हैं, जिनमें से 40 स्कूलों को एफिलिएटिड किया जा चुका है। इसका उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों तक गुणात्मक शिक्षा की पहुंच सुनिश्चित करना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कॉलेज स्तर पर भी सरकार ने अलग निदेशालय बनाया है और उच्च शिक्षा में संरचनात्मक बदलावों की प्रक्रिया जारी है। उन्होंने कहा कि कभी-कभी सुधार के लिए कड़े फैसले लेने पड़ते हैं, जो शुरुआत में कठिन लगते हैं, परंतु ये फैसले जनता की भलाई के लिए ही होते हैं। उन्होंने कहा कि बच्चों को भविष्य के लिए तैयार करने के उद्देश्य से उन्हें सूचना प्रौद्योगिकी आधारित शिक्षा प्रदान की जा रही है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश की 6,297 प्राथमिक स्कूलों में प्री-प्राईमरी कक्षाएं शुरू की गई हैं। हर विद्यार्थी को आधुनिक और गुणात्मक शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में राजीव गांधी राजकीय आदर्श डे-बोर्डिंग स्कूल स्थापित किए जा रहे हैं। यह स्कूल स्मार्ट क्लासरूम, पुस्तकालय, खेल सुविधाओं और अन्य अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस हैं जिससे विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास सुनिश्चित होगा। प्रदेश के विद्यार्थियों के लिए महत्त्वाकांक्षी डॉ. यशवंत सिंह परमार विद्यार्थी ऋण योजना शुरू की गई है जिसके तहत वंचित वर्ग के विद्यार्थियों को देश और विदेश में एक प्रतिशत ब्याज दर पर 20 लाख रुपये तक ऋण की सुविधा दी जा रही है।
मुख्यमंत्री ने महाविद्यालय पनारसा में अगले सत्र से सेल्फ फाइनेंसिंग आधार पर बी.वॉक और बी.सी.ए. की कक्षाएं शुरू करने की घोषण की। उन्होंने कहा कि इन पाठ्यक्रमों को शुरू करने से विद्यार्थियों को रोजगारोन्मुख शिक्षा मिलेगी।
पूर्व मंत्री कौल सिंह ठाकुर ने मुख्यमंत्री का द्रंग विधानसभा क्षेत्र का तीव्र विकास सुनिश्चित करने के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि महाविद्यालय पनारसा में विज्ञान कक्षाएं शुरू करने से विद्यार्थियों की संख्या में वृद्धि होगी और इससे कुल्लू महाविद्यालय का दबाव भी कम होगा।
पनारसा पहुंचने पर स्थानीय लोगों और विद्यार्थियों ने मुख्यमंत्री का भव्य स्वागत किया।
इस अवसर पर राजस्व एवं बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी, पूर्व विधायक जवाहर ठाकुर, एपीएमसी अध्यक्ष कुल्लू राम सिंह मियां, एचपीएमसी निदेशक जोगिंद्र गुलेरिया, जिला परिषद अध्यक्ष अनीता ठाकुर व अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
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